25+ Ganesh Mantra Lyrics in Hindi & Sanskrit With PDF 2023 | गणेश मंत्र और उसके लाभ

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About Ganesh Mantra 

भगवान गणेश को हिंदू धर्म में प्रथम पूज्य देवता माना जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार जब भी घर में कोई शुभ प्रसंग ( अवसर ) होता है तो उसकी शुरुआत पूजा कर के की जाती है। पूजा में सर्वप्रथम जिस देवता की पूजा की जाती है वह भगवान गणेश है इसलिए इन्हे प्रथम पूज्य देवता माना जाता है। भगवान गणेश शिवजी और पार्वती जी के पुत्र है। 

Ganesh Mantra Lyrics in Hindi & Sanskrit | गणेश मंत्र और उसके लाभ

भगवान गणेश को ही प्रथम पूज्य देवता क्यों माना जाता है ? 

हिंदू मान्यता के अनुसार जब सभी देवताओं में इस बात को लेकर बहस हो रही थी कि सबसे श्रेष्ठ देवता कौन है और पृथ्वी पर किसकी सबसे पहले पूजा होनी चाहिए। तब नारद मुनि ने सभी को यह सलाह दी कि आप सभी महादेव के पास जाए वे ही इस परेशानी का हल बताएंगे। सभी महादेव के पास गए और इस समस्या के बारे में बताया। महादेव ने इस समस्या का उपाय खोजा। उन्होंने एक प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसमें सभी देवी-देवताओं को भाग लेना था। इस प्रतियोगिता में सभी देवी-देवताओं को अपने-अपने वाहन पर ब्रह्मांड के सात चक्कर लगाने होंगे जो भी इन सात चक्करों को सबसे पहले पूरा करेगा उसे ही प्रथम पूज्य देवता माना जाएगा। 

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प्रतियोगिता शुरू हुई सभी अपने - अपने वाहन पर ब्रह्मांड के सात चक्कर लगाने निकल पड़े। गणेश जी सोच में पड़ गए कि यदि मैं अपने मूषक वाहन पर ब्रह्मांड के सात चक्कर लगाऊंगा तो मैं कभी इस प्रतियोगिता को जीत नहीं पाऊंगा। गणेश जी ने अपनी बुद्धिमता का परिचय देते हुए अपने मूषक वाहन पर बैठकर माता पार्वती और पिता महादेव की सात परिक्रमा लगाई और उनके सामने श्रद्धा के साथ हाथ जोड़कर खड़े हो गए। यह देखकर शिवजी और पार्वती जी दोनों प्रसन्न हुए। 

जब सभी देवतागण ब्रह्माण्ड की सात परिक्रमा करके लौटे। शिव जी ने परिणाम स्वरुप गणेश जी को इस संसार का प्रथम पूज्य देवता घोषित किया। सभी देवतागण शिवजी से इसका कारण पूछने लगे। शिवजी ने कहा कि माता पिता को इस ब्रह्माण्ड में ही नहीं अपितु सभी लोकों में सर्वोच्च स्थान दिया गया है। और गणेश ने अपनी बुद्धिमानी से अपने माता पिता की सात परिक्रमा की और आप सबसे पहले यहाँ उपस्थित हुए इसलिए गणेश को प्रथम पूज्य देवता घोषित किया गया। सभी इस बात से सहमत हुए और तभी से गणेशजी को प्रथम पूज्य देवता माना जाने लगा।  


गणेश मंत्र ( Ganesh Mantra Lyrics In Hindi )


1. ॐ गं गणपतये नमः

इस मंत्र में  ' गं '  भगवान गणेश जी का बीज मंत्र है। इस मंत्र का जाप करना बहुत लाभकारी होता है। षडाक्षर मंत्र का जप आर्थिक प्रगति और समृद्धि को बढ़ाता है। इस मंत्र की माला फेरने / जप करने से हमारी सभी मनोकामनाए पूरी होती है। Om Gan Ganpataye Namah Mantra, ganesh beej mantra pdf.


2. ॐ वक्रतुण्ड़ महाकाय 1 सूर्य कोटि समप्रभ।1
     निर्विघ्नं कुरू मे देव, 1 सर्व 1 कार्येषु सर्वदा।।

यदि आप कोई नया कार्य प्रारम्भ कर रहे हो तो इस मंत्र का जाप करना आपके लिए फलदायक साबित होगा। इस मंत्र में हम भगवान गणेश से प्रार्थना करते है कि हम जो यह नया कार्य शुरू कर रहे है उसमें कोई विघन या संकट न आये और हमें अपने कार्य में प्रगति प्रदान करे। Ganesh Mantra Vakratunda Mahakaya in hindi.


3. गणपूज्यो वक्रतुण्ड 1 एकदंष्ट्री त्रियम्बक: 11
   नीलग्रीवो लम्बोदरो 1 विकटो विघ्रराजक: 1।। 1
   धूम्रवर्णों भालचन्द्रो 1 दशमस्तु विनायक: 11
   गणपर्तिहस्तिमुखो 1 द्वादशारे यजेद्गणम 1।।

इस मंत्र में हम भगवान गणेश के 12 नामो का उच्चारण कर रहे है यानि हम उन्हें उनके बारह नामों द्वारा पुकार रहे है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में गृह दोष बना हुआ है तो उसे प्रत्येक बुधवार को इस मंत्र का 11 बार जाप करना चाहिए। यह भी मान्यता है कि यदि इस मंत्र का जाप मंदिर में भगवान गणपति की मूर्ति के सामने बैठकर पुरे सच्चे मन से किया जाए तो आपके जीवन में शुभ ही शुभ होगा।  


4. ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर 1 वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा 1

यदि आपको नौकरी पाने के लिए बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ रहा है या फिर आपको आर्थिक रूप से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो आपको इस लक्ष्मी विनायक मंत्र का जाप करना चाहिए। 


5. ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय 1 क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं 1 मे वशमानय स्वाहा।

यदि आपके विवाह ( शादी ) का योग नहीं बैठ रहा है या फिर आप एक अच्छे जीवन साथी की तलाश में है तो आप इस त्रैलोक्य मोहन गणेश मंत्र का जाप करे। इस मंत्र के जप से आपके विवाह के योग बनेंगे और आपको एक अच्छा जीवनसाथी की प्राप्ति होगी। इस मंत्र का जाप पूरी श्रद्धा और सच्चे मन से करे। 


6. गं क्षिप्रप्रसादनाय नम: 1

यदि आप आलसी स्वभाव के है या फिर आप किसी बात से निराश है या आपके जीवन में विघ्न आ रहे तो आपको विघनहर्ता श्री गणेश जी की आराधना करनी चाहिए।   


7. ॐ श्री गणेश ऋण 1 छिन्धि वरेण्य हुं नमः फट । 1

यह मंत्र उन लोगों के लिए बहुत कारगर है जो कर्ज के बोझ से दबे हुए हैं या फिर उनके घर में दरिद्रता का वास हो। इस मंत्र का रोज जाप करने से गणपति बप्पा प्रसन्न होते हैं और वे आपके घर की दरिद्रता और ऋण दोनो परेशानी को खत्म करते हैं।


8. ॐ विघ्ननाशाय नमः 1

इस मंत्र में दो शब्दो का उल्लेख है जिनकी हम व्याख्या करते हुए समझेंगे। पहला शब्द विघ्न - इसका मतलब संकट, परेशानी। दूसरा शब्द नाशाय - इसका मतलब नाश करना, अंत करना। यानि हम भगवान गणेश को जिन्हें विघ्नहर्ता भी कहते है उनसे हम इस मंत्र के माध्यम से प्रार्थना करते हैं कि आप हमारे जीवन के सभी विघ्नों का नाश करो। 


9. ॐ एकदन्ताय विद्धमहे, 1 वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दन्ति प्रचोदयात्॥ 1

यह मंत्र भगवान गणपति जी का गायत्री मंत्र है इसमें हम एक दांत वाले ( एकदंताय ), हाथी की तरह मुड़ी सूंड वाले भगवान गणेश से प्रार्थना करते है कि वे हमें सद्बुद्धि प्रदान करे और हमारे मन, मस्तिष्क से अंधकार को मिटाए और ज्ञान का प्रकाश फैलाए। 


10. 'ॐ नमो हेरम्ब 1 मद मोहित मम् संकटान 1 निवारय-निवारय स्वाहा।' 

कभी हमारे जीवन में ऐसा संकट आये जिससे हम निकल नहीं पा रहे और उसमें हम धंसते ही जा रहे है तो हमें इस मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसी परिस्थिति में यह मंत्र बहुत कारगर साबित हो सकता है। हेरम्ब गणेश मंत्र

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अन्य मंत्र :- 

11. सिद्ध लक्ष्मी 1 मनोरहप्रियाय नमः।

12. ॐ वक्रतुंडा हुं 1 

13. 'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं 1 गं गणपतये वर वरद 1 सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।'

14. त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे 1 बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय। नित्याय सत्याय च 1 नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय 1 नमोस्तु नित्यम्। 1

15. 'श्री गणेशाय नम:'। 1

16. ॐ लम्बोदराय 1 नमः 1

17. ऊँ नमो 1 भगवते गजाननाय 1

18. ॐ नमो सिद्धि विनायकाय 1 सर्व कार्य कर्त्रे सर्व विघ्न प्रशमनाय सर्व राज्य 1 वश्यकरणाय सर्वजन सर्वस्त्री पुरुष आकर्षणाय 1 श्रीं ॐ स्वाहा ॥ 1

19. हीं श्रीं क्लीं गौं 1 वरमूर्र्तये नम: । 6

20. हीं श्रीं क्लीं नमो 1 भगवते गजाननाय । 3

21. ॐ गजकर्णकाय 1 नमः

22. ॐ नमस्ते गणपतये।। त्वमेव प्रत्यक्षं तत्त्वमसि।। 6 त्वमेव केवलं कर्ताऽसि।। 9 त्वमेव केवलं धर्ताऽसि।। त्वमेव केवलं हर्ताऽसि।। 9 त्वमेव सर्व खल्विदं ब्रह्मासि।। 3 त्वं साक्षादात्माऽसि नित्यम्।। 2

23. ॐ ग्लौम गौरी पुत्र वक्रतुंड, 6 गणपति गुरू गणेश। ग्लौम गणपति, रिद्धि पति, 7 सिद्धि पति। मेरे कर दूर क्लेश।। 3

24. ॐ विनायकाय नमः 5

25. एकदन्तं महाकायं 1 लम्बोदरगजाननम्ं। 5

      विध्ननाशकरं देवं 2 हेरम्बं प्रणमाम्यहम्।। 6

26. ॐ नमो गणपतये कुबेर 1 येकद्रिको फट् स्वाहा 3


Ganesh Mantra PDF 

गणेश मंत्र का जाप करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं। यहां नीचे गणेश मंत्र की PDF की लिंक दी हुई है, लिंक पर क्लिक कर PDF Download कर सकते हो।

Ganesh Mantra in Hindi PDF Download 


इन मंत्रों के जाप से हमारे जीवन में आए सभी कष्ट दूर होते हैं। इन मंत्रों का जाप करते समय हमारा तन और मन दोनो पूरी तरह से पवित्र होना चाहिए ताकि हमारी प्रार्थना भगवान तक पहुंच सके और हमारी प्रार्थना सफल हो सके। सच्चे मन से की गई प्रार्थना को भगवान हमेशा सुनते है। 





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